Bank:सिर्फ ग्राहक बढ़ाना नहीं होना चाहिए उद्देश्य,ग्राहकों का समाधान भी जरूरी: डिप्टी RBI गवर्नर

Anjali Tiwari

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Bank:बैंक और ग्राहकों के बीच सेवा प्रदान करने कों लेकर हमेशा नोक झोक लगा रहता है. दरअसल बैंक सिर्फ बिस्तार के बारे में सोच रहा है जनकी ग्राहकों के संतुष्ट करने कों लेकर कोई कदम नहीं उठा रहा इसी मुद्दे पर प्रकाश ड़ालते हुए RBI के डिप्टी गवर्नर एम राजेश्वर राव ने गुरुवार कों कहा कि बैंक नए ग्राहक जोड़ने को प्राथमिकता दे रहे हैं मगर उनकी शिकायतें निपटाने पर ध्यान नहीं दे रहे हैं.

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ऐसे क्षेत्र के लिए यह अजीब लगता है, जो सेवा उद्योग होने को लेकर गर्व करता है. राव सालाना होने वाली फिक्की आईबीए बैंकिंग कॉन्फ्रेंस कों सम्बोधित करते हुए कहा कि बैंकों ने ग्राहक जुटाने के लिए नवोन्मेषी और नए तरीकों पर निवेश किया है, वहीं ग्राहकों की शिकायत निपटाने की व्यवस्था पर बहुत कम ध्यान दिया है. जो सेक्टर सेवा क्षेत्र होने को लेकर गर्व करता है, मेरे हिसाब से उसके लिए यह अजीब है.

ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी के मामले बढ़े हैं:राव

साइबर सुरक्षा कों बढ़ाने और उसपर ध्यान देने पर जोर देते हुए डिप्टी गवर्नर ने कहा कि ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी और चोरी के मामले बढ़े हैं।उन्होंने कहा बैंकों को ग्राहकों की शिकायत को समय पर निपटाने की व्यवस्था करने की जरूरत है, न कि तकनीक व उत्पाद की बमबारी करने की. आगे राव ने यह भी कहा कि वित्तीय समावेशन, ग्राहकों की पहुंच, उत्पादों के चयन और सुविधा के हिसाब से बैंकिंग का दायरा तेजी से बढ़ा है.बहरहाल ग्राहकों का जोखिम भी बढ़ा है। धोखाधड़ी और आंकड़ों की चोरी के मामले भी तेजी से बढ़े हैं.

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Bank क्षेत्रवार रणनीतियां बनाने से दूर रहें: डिप्टी गवर्नर

परंपरागत क्षेत्रवार रणनीतियां से दूर रहने कि सलाह देते हुए डिप्टी गवर्नर ने कहा कि बैंकों और वित्तीय संस्थानों में जोखिम बढ़ने पर अगर नियंत्रण नहीं पाया गया तो इसका दूरगामी असर पड़ सकता है.आगे राव ने कहा कि जोखिम लेने को लेकर साफतौर पर प्रोत्साहन हैं.लेकिन अगर वित्तीय कंपनी या बैंक में बहुत ज्यादा जोखिम लिया जाता है और इसका कुशल प्रबंधन किया जाए तो यह विनाशकारी हो सकता है.राव ने यह भी कहा कि बैंकों के लिए यह जरूरी है कि वे परंपरागत क्षेत्रवार रणनीतियां बनाने से दूर रहें.

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