Bank:मोबाइल नंबर की तरह Credit और Debit कार्ड भी करा सकते है पोर्ट

Anjali Tiwari

Updated on:

bank news

Bank:मोबाइल नंबर पोर्टबिलिटी के बारे में तो हर कोई सुना है आज कल एक सिम नेटवर्क से दूसरे सिम नेटवर्क में पोर्ट कराना बेहद आसान हो गया है. ग्राहकों कों यह सुविधा है कि वह अपने फायदानुसार किसी भी नेटवर्क में सिम पोर्ट करा सकते है ठीक उसी प्रकार डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड भी आप पोर्ट करा सकते है. भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) ने ग्राहकों के हित में यह बड़ा बदलाव करने का फैसला लिया है. ग्राहक अब अपने डेबिट या क्रेडिट कार्ड कों किसी भी नेटवर्क में पोर्ट में करा सकते है. भारत में कुल लगभग 86 मिलियन से भी ज्यादा क्रेडिट कार्ड और करीब 954 मिलियन से भी ज्यादा सक्रिय डेबिट कार्ड होल्डर है.

क्रेडिट कार्ड नेटवर्क क्या है? (Bank)

भारत में लोग अलग अलग नेटवर्क का कार्ड यूज़ करते है. अगर आपने कभी ध्यान दिया होगा तो आप पाएंगे कि आपके कार्ड पर मास्टरकार्ड,वीजा,अमेरिकन एक्सप्रेस,रुपे, डायनर्स क्लब इत्यादि नाम लिखें रहते है. इन कार्ड नेटवर्क का टाई-अप सीधा बैंक से होता है.नेटवर्क के जरिये ही कार्ड से ले देंन संभव हो पता है. आरबीआई(RBI) के निर्देशनुसार अब ग्राहकों कों यह सुविधा मिलेगी कि वह अपना पसंदीदा क्रेडिट या डेबिट कार्ड नेटवर्क चुन सकते है.अब बैंको कों ग्राहकों के पसंद का खास ख्याल रखना पड़ेगा अब उन्हें पूछना पड़ेगा कि आपको किस नेटवर्क का कार्ड (credit and debit card) चाहिए.

क्या क्या बदल रहा है?

.अब आरबीआई के नये नियम के अनुसार कार्ड धारकों कों स्वतंत्रता होंगी कि वह किसी भी नेटवर्क पर स्विच कर सके.

.कार्ड धारक अपने डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, या प्रीपेड कार्ड किसी भी कार्ड कों किसी भी नेटवर्क पर पोर्ट करा सकते है.

.कार्ड जरीकर्ताओं कों ग्राहकों के सहूलियत के अनुसार कार्ड कों एक से ज्यादा नेटवर्क पर जारी करना पड़ेगा ताकि ग्राहकों के पास यह विकल्प हो कि वों कोई भी नेटवर्क चुन सके.

.कार्ड धारक जारी होने के समय और बाद में भी कोई भी कार्ड नेटवर्क चुन सकते है.

Bank Card 1

कैश नहीं, अब कार्ड से कार्ड से लेनदेन बढ़ रहा

भारत में परंपरागत रूप से कैश का चला आ रहा है. आज भी ग्रामीण इलाकों में लोग नकद कैश पर ज्यादा जोर देते है शायद उन्हें डर इस बात का रहता है कि कहीं उनके साथ फ्रॉड न हो जाये लेकिन जबसे यूपीआई और ऑनलाइन पेमेंट का प्रचलन बढ़ा उन्हें भी ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के प्रति सहज़ रवैया अपनाना पड़ा. अब आरबीआई के इस नये प्रयास से कार्ड धारको कों नई सुविधाएं मिलेगी जिससे कार्ड पेमेंट भी तेजी से विकास करेगा.सरकार भी ऑनलाइन पेमेंट कैशलेस इंडिया बनाने कों लेकर रोज नए नए प्रयास कर रही है.

ये भी पढ़ें:OnePlus 12 : iPhone के छूटे पसीने OnePlus 12 का लुक और फीचर्स मचा रहे गदर