अहमदाबाद, 5 जून, 2019 (युवाप्रेस डॉट कॉम)। गृहमंत्री का कार्यभार सँभालने के साथ ही अमित शाह ने अपना टारगेट सेट कर दिया है। अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकियों को निशाना बनाने की शुरुआत कर दी है। उन्होंने इस राज्य में सक्रिय टॉप टेन आतंकियों की हिट लिस्ट तैयार करवाई है।

गृह मंत्रालय के अनुसार 2019 के शुरुआती 5 महीनों में जम्मू-कश्मीर में 102 आतंकियों का सफाया किया गया है। गृह मंत्रालय को मिली रिपोर्ट के अनुसार अभी भी राज्य में लगभग 286 आतंकी सक्रिय हैं। गृहमंत्री अमित शाह ने गृह मंत्रालय का कार्यभार सँभालने के साथ ही जम्मू-कश्मीर पर पूरा ध्यान केन्द्रित कर दिया है और राज्य में सक्रिय टॉप टेन आतंकियों की हिट लिस्ट तैयार करने को कहा है। इनमें हिज़बुल मुजाहिद्दीन का कमांडर रियाज़ नायकू, लश्करे-तैयबा का जिला कमांडर वसीम अहमद उर्फ ओसामा और हिज़बुल का अशरफ मौलवी तथा अल बदर जैसे आतंकी संगठनों के आतंकवादियों के नाम शामिल हैं। इस लिस्ट में शामिल अन्य नामों में हैं हिज़बुल मुजाहिद्दीन के बारामूला जिले में सक्रिय जिला कमांडर मेहराजुद्दीन और डॉ. सैफुल्लाह उर्फ सैफुल्लाह मीर हैं। डॉ. सैफ के विषय में हाल ही के दिनों में ऐसी खबरें आ रही हैं कि वह श्रीनगर में तेजी से हिज़बुल के कैडर को बढ़ाने के काम में जुटा हुआ है।
इसी प्रकार पुलवामा क्षेत्र में पूरे जोर-शोर से आतंकी गतिविधियों में जुटे हिज़बुल के ही जिला कमांडर अरशल उल हक का नाम भी इस लिस्ट में शामिल है, जबकि जैशे-मोहम्मद का ऑपरेशनल कमांडर हफीज़ ओमार भी टॉप टेन आतंकियों की लिस्ट में शामिल किया गया है। इस लिस्ट में जैश-ए-मोहम्मद के ज़हीद शेख उर्फ ओमार अफगानी को भी रखा गया है। जबकि अल बदर आतंकी संगठन के जावेद मातो फैज़ल उर्फ शाकिब एलियाब मुशब और एजाज अहमद मलिक को भी लिस्ट में शामिल किया गया है। इसके अलावा हाल ही में कुपवाड़ा में हिजबुल की ओर से नियुक्त किये गये जिला कमांडर को भी इस सूची में रखा गया है। गृह मंत्रालय के अनुसार यह सभी आतंकी जम्मू-कश्मीर के अलग-अलग हिस्सों में आतंक फैला रहे हैं।
अलगाववादी मशरत आलम से पूछताछ की मंजूरी

उधर कश्मीरी अलगाववादी नेता मशरत आलम, शब्बीर शाह, दुख्तरान-ए-मिल्लत की प्रमुख आसिया अंद्राबी को मंगलवार को दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया। अदालत ने नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) को घाटी में सुरक्षा बलों पर पत्थरबाजी की घटनाओं के मामले में तीनों आरोपियों को एक साथ बैठाकर पूछताछ करने की मंजूरी दे दी है। एनआईए ने कोर्ट से इन आरोपियों से पूछताछ करने के लिये इजाजत देने की माँग की थी, कोर्ट ने एनआईए की माँग स्वीकार कर ली। कोर्ट ने तीनों आरोपियों से कोर्ट रूम में पूछताछ करने की अनुमति दी। इसके बाद एनआईए की टीम ने तीनों से कोर्ट रूम में ही पूछताछ शुरू कर दी है। एनआईए तीनों आरोपियों से पूछताछ करके पत्थरबाजी के लिये की जाने वाली फंडिंग और उससे जुड़े सिस्टम की पूरी जानकारी प्राप्त करना चाहती है।
उल्लेखनीय है कि अलगाववादी नेता मशरत आलम के विरुद्ध युद्ध छेड़ने सहित लगभग दर्जन भर मामले दर्ज हैं। मशरत आलम ने 2008 और 2010 में घाटी में सुरक्षा बलों के विरुद्ध पथराव की सिलसिलेवार घटनाओं का नेतृत्व भी किया था।