* 31 मई, 2019 यानी आज है विश्व तम्बाकू निषेध दिवस, मोदी भी आज ही शुरू करेंगे नया कार्यकाल
* जो लोग तम्बाकू का सेवन करते हैं, उनके लिए आज और सिर्फ आज से उत्तम दिन कोई नहीं
* जो मोदी करते हैं, वो करना सबके लिए संभव नहीं, पर जो मोदी नहीं करते, उसका तो अनुकरण किया जा सकता है
* yuavpress.com का भी करबद्ध आग्रह, ‘छोड़ दें तम्बाकू और बढ़ाएँ एक कदम ज़िंदगी की ओर’
रिपोर्ट : कन्हैया कोष्टी
अहमदाबाद, 31 मई, 2019। इस समाचार की डेटलाइन पर ध्यान दिया आपने ? यदि नहीं दिया, तो हम बताए देते हैं। आज है 31 मई, 2019 शुक्रवार। यह कोई सामान्य दिन नहीं है। 26 मई, 2014 को पहली बार प्रधानमंत्री बनने वाले नरेन्द्र मोदी दोबारा शपथ ग्रहण करने के बाद आज यानी 31 मई, 2019 शुक्रवार से अगले पाँच वर्ष के कार्यकाल का शुभारंभ करने जा रहे हैं। आज का दिन एक और कारण से विशेष है। वह यह कि आज यानी 31 मई, 2019 को पूरा विश्व 32वाँ विश्व तम्बाकू निषेध दिवस यानी WORLD NO TOBACCO DAY (WNTD) मना रहा है।
विश्व तम्बाकू निषेध दिवस और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को आपस में जोड़ने के पीछे मूल भावना देश के उन 26 करोड़ 70 लाख लोगों को झकझोरना है, जो तम्बाकू के व्यसन के चंगुल में फँसे हुए हैं। स्वाभाविक है, जब लोकसभा चुनाव 2019 में नरेन्द्र मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री बनाने के लिए देश ने प्रचंड बहुमत से जिताया, तो इन मतदाताओं में ये 26 करोड़ 70 लाख लोगों में से भी अधिकांश लोग होंगे। आज जब मोदी देश में दोबारा अपनी सरकार का कार्यकाल शुरू करने जा रहे हैं, तब हम आपको मोदी की उन बातों का अनुकरण करते हुए तम्बाकू छोड़ने का तरीका बता रहे हैं, जो मोदी अपने जीवन में कभी नहीं करते।
यदि आप तम्बाकू की लत से परेशान हैं और साथ में मोदी के फैन भी हैं, तो एक तरफ जहाँ मोदी ने संविधान की शपथ ली है और देश के लिए मर-मिट जाने का संकल्प किया है, वहीं दूसरी तरफ आप मोदी की तरह देश के लिए भले ही मर-मिट न जाने की सौगंध न उठाएँ, परंतु देश के लिए स्वस्थ जीवन जीने का संकल्प तो ले सकते हैं ? इसके लिए आपको केवल इतना ही संकल्प करना होगा, ‘जो मोदी नहीं करते, वह मुझे भी नहीं करना है…।’

बस इतना संकल्प ही पर्याप्त है। आप क्या, पूरा देश और विश्व जानता है कि नरेन्द्र मोदी अपने स्वास्थ्य को लेकर कितने जागृत हैं। मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री से लेकर भारत के प्रधानमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल में बहुत कुछ कर चुके, कर रहे हैं और करने वाले हैं। तम्बाकू का व्यसन करने वाले ही नहीं, अपितु देश का कोई भी आम नागरिक के लिए मोदी की तरह 16 से 18 घण्टे काम करना संभव नहीं है, परंतु व्यसन के आदी लोग कम से कम यह संकल्प तो कर सकते हैं कि हम वह नहीं करेंगे, जो मोदी नहीं करते। यदि वे मोदी के नाम पर यह नकारात्मक संकल्प भी कर लेंगे, संविधान और देश के लिए मृत्यु नहीं, अपितु जीवन की ओर कदम बढ़ाएँगे, तो निश्चित रूप से तम्बाकू रूपी राक्षस से मुक्ति मिल जाएगी।
आज युवाप्रेस.कॉम (yuavpress.com) भी अपने सभी पाठकों और आम जनता, जो तम्बाकू का चबाने, धूम्रपान, गुटका, पान-मसाला या किसी भी रूप में सेवन करते हैं, उनसे करबद्ध आग्रह करता है कि तम्बाकू छोड़ने के लिए आज 31 मई, 2019 यानी विश्व तम्बाकू निषेध दिवस से श्रेष्ठ दिवस कोई नहीं हो सकता। यह दिवस मनाने का आरंभ 1988 में हुआ था। पूरी दुनिया पिछले 31 वर्षों से वर्ल्ड नो टॉबैको डे मना रही है। इसके बावजूद भारत सहित दुनिया भर में तम्बाकू के व्यसनियों और उससे होने वाली मौतों के आँकड़े बढ़ रहे हैं, परंतु आप उन आँकड़ों में न पड़ कर एक बार स्वयं के लिए, परिवार के लिए और फिर देश के लिए तम्बाकू से होने वाली मृत्यु के स्थान पर तम्बाकू छोड़ने से प्राप्त होने वाले नए जीवन का विकल्प चुनें।