दुनिया के नक्शे पर तेजी से उभरता हुआ देश चीन, अब अहम जगहों पर अपना प्रभाव बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। अब खबर मिली है कि चीन अफगानिस्तान (Afghanistan) में अपना मिलिट्री बेस (Military Base) बनाने की तैयारी कर रहा है। एक अफगान अधिकारी ने चीन की इस योजना का खुलासा किया है। खबर के अनुसार, चीन और अफगानिस्तान के अधिकारियों के बीच इस संबंध में कई बातचीत भी हो चुकी हैं।
क्या है कारण
उल्लेखनीय है कि चीन का शिनजियांग प्रांत आतंकवाद से ग्रस्त है और यह अफगानिस्तान (Afghanistan) की सीमा से लगता है। चीन को लगता है कि शिनजियांग के बागी उईगर आतंकी, अफगानिस्तान के रास्ते शिनजियांग में घुसपैठ करते हैं। इन उईगर आतंकियों पर लगाम लगाने के लिए ही चीन अफगानिस्तान के सीमाई इलाके वाखान में अपना सैन्य अड्डा बनाना चाहता है।
गौरतलब है कि पिछले साल चीन और अफगानिस्तान (Afghanistan) के सैनिकों ने वाखान इलाके में पैट्रोलिंग भी की थी। उसके बाद से चीन के सैनिक कई बार इस इलाके में देखे जा चुके हैं। इसके साथ ही चीन को डर है कि खूंखार आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट के आतंकी इराक, सीरिया होते हुए दक्षिण एशिया में पहुंच सकते हैं। जिसके बाद आईएस के आतंकियों का शिनजियांग पहुंचना भी संभव है। ऐसे में चीन पहले ही अफगानिस्तान के सीमाई इलाकों में अपना सैन्य अड्डा बनाकर अपनी सुरक्षा को चाक-चौबंद करना चाहता है। वहीं चीन की बढ़ती आर्थिक ताकत को आतंकवाद बड़ा नुकसान पहुंचा सकता है।
Afghanistan में चीन का दखल
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जब से अफगानिस्तान (Afghanistan) को लेकर नई नीति की घोषणा की है, तब से अफगानिस्तान को लेकर दुनियाभर में कूटनीति शुरु हो गई है। इन बदली परिस्थितियों में चीन भी अफगानिस्तान में अपना प्रभाव बढ़ाना चाहता है। चीन की कोशिश है कि अमेरिका की घटती साख का फायदा उठाकर अफगानिस्तान में अपनी मौजूदगी बढ़ायी जाए और दुनिया को अपनी ताकत का एहसास कराया जाए।
सभी जानते हैं कि चीन और पाकिस्तान की दोस्ती काफी गहरी है। ऐसे में चीन पाकिस्तान की मदद से तालिबान को बातचीत की मेज पर लाना चाहता है। वहीं चीन का अफगानिस्तान (Afghanistan) में बढ़ता दखल भारत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। दरअसल अमेरिका द्वारा दरकिनार किए गए पाकिस्तान को अफगानिस्तान में चीन के रुप में भरोसेमंद सहयोगी मिल जाएगा, जोकि भारत के लिए खतरनाक हो सकता है।
चीन का इंकार
वहीं चीन ने अफगानिस्तान (Afghanistan) में सैन्य अड्डे की बात से इंकार किया है। चीन का कहना है कि चीनी सेना अफगानिस्तान के वाखान इलाके में सैन्य अड्डा नहीं बनाने जा रहा है। हालांकि चीन ने आतंकवाद के खिलाफ अफगानिस्तान (Afghanistan) को ‘मजबूत’ करने की बात कही है। इसलिए माना जा रहा है कि चीन जल्द ही अफगानिस्तान में उतर सकता है। बता दें कि चीन पिछले कुछ सालों में अफगानिस्तान को 70 मिलियन डॉलर की आर्थिक मदद दे चुका है।