रिपोर्ट : तारिणी मोदी
अहमदाबाद 12 दिसंबर, 2019 (युवाPRESS)। You tube दृश्य मनोरंजन का सबसे बड़ा माध्यम तो है ही, साथ ही व्यापार का भी एक अच्छा साधन है। यूट्यूब पर वीडियो अपलोड करके लोग अपने विचार, अपना व्यवसाय, अपनी प्रतिभा आदि को दूसरे लोगों तक आसानी से पहुँचा सकते हैं, परंतु इन्हीं लोगों में से कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जो कभी धर्म के नाम पर, तो कभी जाति के नाम पर, या नस्ल के नाम पर ऐसा वीडियो यूट्यूब पर अपलोड कर देते हैं, जो मानवता और समाज दोनों के लिये घातक सिद्ध होता है। ऐसे ही लोगों पर नकेल कसने के लिये यूट्यूब ने अपने नियमों में कुछ बदलाव किये हैं, जो हिंसा फैलाने वाली सामग्री को लोगों से दूर तो रखेगा ही, साथ ही नियम तोड़ने वाले लोगों के विरुद्ध कार्यवाही भी करेगा।
यूट्यूब के अनुसार “छिप कर या अप्रत्यक्ष रूप” से हमले को रोकने के लिये उसने अपनी नीति और कठोर कर दी है। यूट्यूब के मंच पर यदि अब नस्लीय, लैंगिक पहचान या लैंगिक झुकाव को लेकर संरक्षित निजी घटना या मामले पर किसी का अपमान करने वाला कोई वीडियो अपलोड होगा, तो वह सामग्री साइट से हटा दी जाएगी। इतना ही नहीं, बार-बार नियमों के विरुद्ध कार्य करने वाले चैनलों को भी बंद कर दिया जाएगा। यूट्यूब ऐसे चैनलों और व्यक्तियों की सामग्री को अपने मंच पर जगह देने के सख्त विरुद्ध है, जो लोगों के सम्मान को ठेस पहुँचाते हैं। इतनी ही नहीं, अब द्विर्थी सामग्री और भाषा को भी अपनी साइट पर स्थान नहीं देगा।
यूट्यूब का मानना है कि अपनी नीतियों में सुधार करने और नई नीति लाने से “उत्पीड़न से निपटने” में सहायता मिलेगी। वहीं यूट्यूब की उपाध्यक्ष मैट हलप्रिन ने कहा, “हम यह सुनिश्चित करते रहेंगे कि इस मंच के जरिए उत्साही बहस और विचारों का प्रचार हो, परंतु हम उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं करेंगे। यूट्यूब ऐसी सामग्री को सामने नहीं आने देगा, जिसमें किसी विशेष नस्ल या लिंग को निशाना बनाया जाता है।”