बद्रीनाथ धाम के कपाट 15 May 2020 को सुबह 4.30 बजे खुलेंगे पहले 30 अप्रैल को कपाट खुलने थे, लेकिन Corona की वजह से तारीख बढ़ा दी गई बदरीनाथ धाम के कपाट खोलने के लिए मंदिर के मुख्य पुजारी समेत 27 लोग ही जा सकेंगे। प्रशासन ने 27 लोगों को बदरीनाथ जाने की इजाजत दे दी है इनमें पुजारी और देवस्थान बोर्ड के अधिकारी शामिल होंगे मुख्य पुजारी ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी का कोरोना टेस्ट दो बार निगेटिव आ चुका है
बद्रीनाथ धाम केरल का पुजारी करता है पूजा
बद्रीनाथ धाम में भगवान के पांच स्वरूपों की पूजा की जाती है। विष्णुजी के इन पंच स्वरूपों को पंच बद्री कहा जाता है। बद्रीनाथ के मुख्य मंदिर के अलावा अन्य चार स्वरूपों के मंदिर भी यहीं हैं। श्री विशाल बद्री पंच स्वरूपों में मुख्य हैं। आदिगुरु शंकराचार्य द्वारा तय की गई व्यवस्था के मुताबिक बद्रीनाथ मंदिर का मुख्य पुजारी दक्षिण भारत के केरल राज्य से होता है। मंदिर हर साल April-May से October-November तक दर्शनों के लिए खुला रहता है।
लॉकडाउन के कारण बड़ी तरीक
पहले 30 April को कपाट खोलने थे, लेकिन Lockdown और मुख्य पुजारी के Quarantine होने की वजह से तारीख आगे बढ़ाई गई थी। Social Distancing का ध्यान रखते हुए कम से कम लोगों की मौजूदगी में कपाट खोलने का फैसला लिया गया है। उत्तराखंड देवस्थान बोर्ड ने बर्फ हटाने से लेकर पानी-बिजली तक के इंतजाम पूरे कर लिए हैं। तैयारियों में जुटे लोगों के लिए मास्क पहनना जरूरी है।
पहले ही खुल चुके केदारनाथ धाम कपाट
29 April को सुबह 6 बजकर 10 मिनट पर केदारनाथ के कपाट खुले। इस बार कपाट खुलने के दौरान 15-16 लोग ही मौजूद रहे । देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि कपाट खुलने के बाद सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से पहली पूजा की गई। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा गया। पिछले साल कपाट खुलने के दिन 3 हजार लोगों ने केदारनाथ के दर्शन किए थे