आज के समय में पंजाबी म्यूजिक और Rap एक दूसरे के बिना अधूरे से लगते हैं। यही वजह है कि आजकल पंजाबी Rappers की बाढ़-सी आ गई है। लेकिन जब बात Rap की होती है तो एक सिंगर का जिक्र करना जरुरी हो जाता है और वो सिंगर है बोहेमिया। अगर आप ऐसा सोचते हैं कि Rap सिर्फ वोदका की बोतल या फिर ब्लू वाटर की ही कहानी है तो फिर आपको बोहेमिया को सुनने की जरुरत है। बता दें कि बोहेमिया के Rap में आपकों शायरी, जिन्दगी के उतार-चढ़ाव की कहानी सुनाई देगी।
बोहेमिया का संघर्ष
काफी लोग नहीं जानते होंगे कि बोहेमिया का असली नाम “रोजर डेविड” है और वह पैदाइशी तौर पर पाकिस्तानी है। लेकिन जब बोहेमिया की उम्र 12-13 साल थी तो उनका परिवार अमेरिका के कैलिफोर्निया शिफ्ट हो गया। लेकिन कुछ समय बाद ही बोहेमिया की मां की कैंसर से मौत हो गई। इस घटना ने बोहेमिया को बुरी तरह से तोड़ दिया, इसके बाद बोहेमिया का अपने पिता से झगड़ा हो गया और उसने अपना घर छोड़ दिया। इसके बाद बोहेमिया को कई रातें सड़कों पर गुजारनी पड़ी। इस दौरान बोहेमिया ने अपने दोस्तों के साथ रहना शुरु कर दिया।
फिर बोहेमिया ने पैसों के लिए कई छोटे-मोटे काम किए। जिन्दगी कुछ पटरी पर आने ही लगी थी कि साल 2002 में एक दिन बोहेमिया के दोस्त की किसी ने गोली मारकर हत्या कर दी। बोहेमिया को डर था कि उसकी भी हत्या हो सकती है, इसलिए वह छिप कर रहने लगा। इस दौरान बोहेमिया ने लिखना और रैप करना शुरु किया। धीरे-धीरे बोहेमिया का रैप लोगों के बीच फेमस होना शुरु हो गया। लोग बोहेमिया को जानने लगे, इसके बाद बोहेमिया ने अपनी लाइफ के संघर्ष पर बेस्ड अपना पहला एल्बम “विच परदेसां दे” रिलीज किया। बोहेमिया का यह एल्बम काफी पसंद किया गया। यहां से शुरु हुआ बोहेमिया का सफर आज भी जारी है।
ये रैपर है कुछ खास
बोहेमिया के रैप की खास बात है कि उसके रैप में जिन्दगी की हकीकत और दर्द सुनाई देता है। जो एक बार आपको सोचने पर मजबूर जरुर कर देगा। दूसरे पंजाबी रैपर जहां धूम धड़ाके और पार्टी बेस्ड रैप करते हैं, वहीं बोहेमिया के रैप में उसकी अपनी जिन्दगी की कहानी, उसका दर्द, रोजमर्रा की कहानी सुनाई देती है। बोहेमिया बड़े-बड़े शायरों की शायरी से इंस्पायर होकर रैप करते हैं, जो अपने आप में यूनिक है। यही वजह है कि भले ही कितने भी रैपर आज इंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में अपनी जगह बना रहे हो, लेकिन बोहेमिया को जगह अभी तक कोई नहीं ले पाया है।