रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बाबा बर्फानी के दर्शन करने अमरनाथ मंदिर पहुंचे। इस दौरान उनके साथ चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवाने भी मौजूद रहे। उन्होंने यहां मंदिर परिसर में लगभग एक घंटा बिताया। गौरतलब है कि रक्षा मंत्री दो दिन के लद्दाख व जम्मू और कश्मीर के दौरे पर हैं। इसके बाद अब रक्षा मंत्री आज उप राज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू और सैन्य कमांडरों के साथ उच्च स्तरीय बैठक में सुरक्षा की स्थिति की समीक्षा भी करेंगे।
रक्षा मंत्री शुक्रवार को लेह का दौरा करने के बाद श्रीनगर पहुंचे थे। वहां चिनार कॉर्प्स के कमांडर ने सुरक्षा हालातों के बारे में ब्रीफ किया। राजनाथ जम्मू-कश्मीर में सीमा सुरक्षा को लेकर संतुष्ट नजर आए। उन्होंने सेना से कहा कि दुश्मनों की किसी भी गलत हरकत से निपटने के लिए मुस्तैद रहें।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कल लेह पहुंचकर सैनिकों से रूबरू होते हुए कहा कि दुनिया की कोई ताकत भारत की एक इंच जमीन पर कब्जा नहीं जमा सकती। उन्होंने बेबाक रूख अपनाते हुए कहा कि अभी तक हुई बातचीत से हल की उम्मीद है। मगर विवाद का किस हद तक समाधान निकलेगा, इसकी गारंटी नहीं दे सकते। उन्होंने यह भी कहा कि सैन्य ताकत के सहारे एलएसी को नए सिरे से परिभाषित करने की चीन की किसी हरकत का माकूल जवाब देने के लिए भारत न केवल तैयार है, बल्कि सक्षम भी है।
राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत दुनिया का एकमात्र देश है जिसने सारे विश्व को शांति का संदेश दिया है। हमने कभी किसी भी देश पर आक्रमण नहीं किया है और न ही किसी देश की जमीन पर हमने कब्जा किया है। भारत ने वसुधैव कुटुंबकम का संदेश दिया है।
राजनाथ सिंह ने कहा, ‘जो कुछ भी अब तक बातचीत की प्रगति हुई है, उससे मामला हल होना चाहिए। कहां तक हल होगा, इसकी गारंटी नहीं दे सकता। लेकिन इतना यकीन जरूर दिलाना चाहता हूं कि भारत की एक इंच जमीन भी दुनिया की कोई ताकत छू नहीं सकती, उस पर कोई कब्जा नहीं कर सकता।’उच्च स्तरीय बैठक में, रक्षा मंत्री ने सशस्त्र बलों को पाकिस्तान के साथ नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर कड़ी निगरानी बनाए रखने के लिए भी कहा था।