* आगामी 48 घण्टों में भारी वर्षा की संभावना
रिपोर्ट : कन्हैया कोष्टी
अहमदाबाद, 6 जुलाई, 2019 (YUVAPRESS)। अहमदाबाद के लोग चोमासुं यानी मॉनसून से जुड़े हर समाचार को कान लगा कर सुनते हैं, ध्यान लगा कर पढ़ते हैं और आँखें फाड़ कर देखते हैं। जब दक्षिण-पश्चिम मॉनसून केरल पहुँचने वाला होता है, तब से लेकर मुंबई और दक्षिण गुजरात पहुँचता है, तब तक। मॉनसून की इस पूरी यात्रा में अहमदाबाद के लोग टक-टकी लगाए मूसलाधार और झमाझम बारिश की प्रतीक्षा करते हैं, परंतु उनकी प्रतीक्षा बहुत कम बार पूरी होती है।
ख़ैर, बीती बातें छोड़िए। आज की बात कर लेते हैं। केरल में एक सप्ताह देरी से पहुँचने वाला मॉनसून 2019 गुजरात में पिछले एक सप्ताह से छा चुका है। दक्षिण गुजरात, सौराष्ट्र और मध्य गुजरात के कई क्षेत्रों में भारी बारिश भी हो रही है, परंतु तीन महीनों तक भीषण तपन और पिछले एक पखवाड़े से भीषण उमस से जूझ रहे लोगों की मेघ दरस की इच्छा आज पूरी हो गई। अहमदाबाद में मध्याह्न बाद आसमान में छाए काले मेघ गरज के साथ बरसना शुरू हुए और देखते ही देखते समग्र महानगर में मूसलाधार बरसात आरंभ हो गई।
समग्र अहमदाबाद महानगर में दोपहर लगभग दो बजे शुरू हुई झमाझम बरसात ख़बर लिखे जाने तक भी जारी है। मूसलाधार वर्षा और आसमान में बिजली की गड़गड़ाहट के बीच समग्र जनजीवन में मानो तृप्ति की भावना व्याप्त हो गई। तपन और उमस से परेशान लोगों को सुकून मिला। पिछले एक महीने से देश के विभिन्न हिस्सों में भारी वर्षा के समाचार पढ़ रहे अहमदाबादियों में से कई लोग तो यहाँ तक बोल उठे, ‘हवे लाग्युं के चोमासुं आव्युं अने जाम्युं…’
इस बीच लगातार धमधोकार और धोधमार बरसात जारी रहने से अहमदाबाद महानगर के कई निचले इलाकों में भर गया। अहमदाबाद महानगर पालिका (AMC) ने मोर्चा संभाल लिया है, परंतु निचले क्षेत्रों में पानी जमा होने की समस्या हर साल की तरह इस साल भी दिखाई दे ही गई। छिटपुट बरसात में सड़क धँसने की समस्या से परेशान रहने वाले लोगों के लिए भारी बारिश जल जमाव की नई समस्या लेकर आई। जो लोग घरों में थे, उन्हें तो शीतलता की शांति मिली, परंतु शहर के कई इलाकों में सड़कों पर यातायात जाम की समस्या भी पैदा हो गई।