केन्द्र की भाजपा सरकार जिन वादों के साथ सत्ता में आयी थी, उनमें गंगा को साफ करने का वादा भी था। लेकिन इतना वक्त बीत जाने के बाद भी अभी तक गंगा का पानी पूरी तरह से साफ नहीं हो सकी है। बता दें कि CAG (Comptroller and Auditor general)की एक रिपोर्ट के मुताबिक गंगा सफाई के लिए आवंटित हुआ 2500 करोड़ रुपए का फंड अभी तक इस्तेमाल ही नहीं किया गया है। कैग ने मंगलवार को संसद में इस बात की जानकारी दी।
बता दें कि CAG, गंगा को साफ करने के लिए शुरु किए गए 87 प्रोजेक्ट की जांच कर रहा है। इन प्रोजेक्ट के लिए सरकार ने कुल 7992 करोड़ रुपए मंजूर किए हैं। जिनमें से 2500 करोड़ रुपए अभी तक इस्तेमाल नहीं किए गए हैं। कैग की रिपोर्ट के मुताबिक National Mission for Clean Ganga के तहत विभिन्न राज्य मैनेजमेंट ग्रुप, सरकारी प्राइवेट एजेंसीज द्वारा खर्च किए जाने वाले करीब 2500 करोड़ रुपए का इस्तेमाल ही नहीं किया जा रहा है।
रिपोर्ट के मुताबिक यूपी, बिहार और बंगाल में बहने वाली गंगा में बैक्टीरिया की मात्रा काफी ज्यादा है। हालात ये है कि मौजूदा समय में कई जगहों पर गंगा में सामान्य से 6 गुना से लेकर 334 गुना ज्यादा बैक्टीरिया पाए गए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, यूपी और बंगाल में गंगा की हालत ज्यादा खराब है।