कोरोनावायरस महामारी के कारण टाली गईं सीबीएसई की 10वीं-12वीं के बचे हुए विषयों की परीक्षाएं होंगी या नहीं, इस पर सुप्रीम कोर्ट आज फैसला सुना सकता है। बोर्ड ने इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट में रिपोर्ट सौंप दी है। छात्रों के माता-पिता ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका लगाई है, जिसमें कोरोना महामारी के कारण बचे हुए विषयों की परीक्षाएं न कराने की मांग की गई है। इससे पहले सोमवार को हुई सुनवाई में CBSE ने परीक्षाओं पर फैसले के लिए कोर्ट से दो दिन का समय मांगा था। इसके बाद शीर्ष अदालत ने सुनवाई 25 जून 2020 तक स्थगित कर दी थी। बोर्ड आज परीक्षा के बारे में अपना पक्ष कोर्ट के सामने रखेगा।
सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका
इससे पहले अभिभावकों के एक समूह ने CBSE की परीक्षा रद्द करने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। इस पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने बोर्ड को परीक्षा रद्द करने के बारे में विचार करने को कहा था। वहीं, कोरोना के बिगड़ते हालात को देखते हुए JEE (Main), JEE (Advanced) और NEET को भी रद्द करने की मांग की जा रही है। सूत्रों के मुताबिक JEE (Main), JEE (Advanced) और NEET जैसी राष्ट्रीय प्रवेश परीक्षाओं को रद्द करने की संभावना नहीं है। इन परीक्षाओं को आगे स्थगित किया जा सकता है, लेकिन इन्हें रद्द नहीं किया जाएगा।
अगर परीक्षाएं रद्द की जाती है–
अगर परीक्षाएं रद्द की जाती है तो बोर्ड स्टूडेंट्स को एक Special Marking Scheme के आधार पर पास कर सकता है। हालांकि, अपने प्रदर्शन में सुधार के लिए स्टूडेंट्स बाद में परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक, देश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए 1 जुलाई से 15 जुलाई तक CBSE की परीक्षा कराना करना संभव नहीं है। आगे किसी तरह की देरी स्टूडेंट्स को उच्च शिक्षा संस्थानों में प्रवेश लेने में बाधा डाल सकती है। कुल 29 विषयों की परीक्षा होनी है। इनमें से 6 विषय की परीक्षा उत्तर-पूर्वी दिल्ली में 10वीं क्लास के छात्रों के लिए होनी है। इन्हें दिल्ली में हुए दंगे की वजह से टाला गया था। देशभर में 12वीं के 12 विषयों की परीक्षा होनी है। वहीं, उत्तर पूर्वी दिल्ली में इन 12 के अलावा 11 और मुख्य विषयों की परीक्षा होनी है।