इस्लामाबाद: पाकिस्तान अपने यहां पर आंतकियों को पनह देने के साथ साथ समर्थन देने का कई बार दोषी साबित हो चुका है और विश्व सामने बेपर्दा हो चुका है लेकिन ये अपनी करनी से फिर भी बाज नहीं आता है। अभी अभी कुछ मीडिया सूत्रों से पता चला है कि फिर भारत के सबसे बड़े दुश्मन हाफ़िज़ सईद का तारीफ के पूल बांधे है। इस तरीके की बात करके पाकिस्तान तो बस यही बताता है कि इस जैसे लोग ही उसके धर्मगुरु (Pakistan Dharma Guru) सकते हैं। पाकिस्तान को आंतकियों से कितनी प्यार – मोहब्बत हो वो इस बात से पता चलता है।
लश्कर प्रमुख के प्रमुख ने NSA को एक चिट्ठी लिखा है जिसमें उसने लिखा है कि हमे इसी प्रकार के मार्गदर्शन की जरूरत है। जमात-उद दावा जो कि हाफ़िज़ सईद का एक संगठन है उसके नेता आमिर हमजा ने अपनी एक किताब से जुड़े बहुत से खुलासे किये हैं जिसमें पाकिस्तान के हुकमरोनों का आतंकी हाफ़िज़ सईद के प्रति समर्थन को दर्शाते हुए काफी बाते लिखी हुई है। इस किताब के द्वारा आमिर हमजा ने संगठन की सहायता और कार्यो को करने के लिए पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नसीर जांजुआ की तारीफ भरी बाते कहीं है।
आमिर हमजा ने चेयूडी रोल अगेंस्ट टेरिज्म नामक पुस्तक को प्रकाशित करते हुएं कहा कि “हमारे नेता हाफ़िज़ सईद पाकिस्तान के इकलौते धर्मगुरु (Pakistan Dharma Guru) है, जिन्होने देश के अंदर और बाहर आंतकवाद की आलोचना की है।“
आमिर हमजा ने जमात-उद-दावा संगठन के द्वारा किये गये कार्यों की भी तारीफ की और कहा कि जेयूडी आतंकवाद के खिलाफ कार्य करता है और इसलिये ही पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री शहबाज शरीफ कई राजनेताओं ने हाफ़िज़ सईद (Pakistan Dharma Guru) के कार्यों की तारीफ की है। यहां पर हम आपको बता दें कि जमात-उद दावा जो एक लश्कर-ए-तैयबा का ही संगठन है जो पूरी दुनियां में किये कये अपनी आतंकी करतूतों के लिए बदनाम है।
सूत्रों के हवाले से यह भी पता चला है कि आमिर हमजा 26/11 मुंबई हमले का मास्टरमाइंड हाफ़िज़ सईद (Pakistan Dharma Guru) का सबसे करीबी माना जाता है। वह लश्कर-ए-तैयबा के लिए फंडिंग जुटाने का काम करता है। कुछ दिन पहले ही भारतीय इंटेलिजेंस सर्विस को इसका एक ऑडियो क्लिप भी मिला था जिसमें वह कई सारे आतंकियों को कश्मिर के प्रति भड़का रहा था। आपको बता दें की आमिर हमजा मुंबई हमले के मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल है।
अमेरिका ने भी इस संगठन और हाफ़िज़ सईद को आतंकियों का आका माना है। कुछ समय पहले ही अमेरिका ने पाकिस्तन के आतंकी हाफ़िज़ सईद को पाकिस्तान में आजाद घुमने की इजाजत मिलने का विरोध दर्ज कराया था। अमेरीकी मीडिया में इस बात की जोर चर्चा बना हुआ है कि ISI एक तालिबान समर्थक है। अमेरिकी मीडिया ने तो दावे के साथ कहा था कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI अपने सीमा क्षेत्रों में चोरी छिपे तालिबान को मदद करती है। तालिबान आतंकी इसको अपने पनाहगाह के रूप में इस्तेमाल करते हैं। एक रिपोर्ट में तो यह भी कहा गया है कि आपगानिस्तान से आतंकी बिना किसी के प्रवाह किये पाकिस्तान सेना के गढ़ क्वेटा में आते जाते रहते हैं।