पाकिस्तान के आंतरिक मामलों के मंत्रालय का कहना है कि “भारत जल्द ही पाकिस्तान की अरबों डॉलर की परियोजना CPEC (China-Pakistan Economic Corridor) पर हमला कर सकता है।” इस संबंध में पाकिस्तान के आंतरिक मामलों के मंत्रालय ने गिलगिट-बालटिस्तान राज्य के गृह मंत्रालय को एक पत्र लिखा है, जिसमें भारत के संभावित हमले के प्रति आगाह किया गया है।
क्या है पत्र में
गिलगिट-बाल्टिस्तान राज्य (Gilgit-Baltistan state) को लिखे पत्र में Pakistan के आंतरिक मामलों के मंत्रालय का कहना है कि भारत CPEC रुट पर आतंकी हमला कर सकता है। खासकर कराकोरम ब्रिज समेत कई और महत्वपूर्ण सड़के आतंकियों के निशाने पर हैं। यही कारण है कि पाकिस्तान सरकार ने गिलगिट-बाल्टिस्तान सरकार (Gilgit-Baltistan Government) को सुरक्षा के कड़े इंतजाम करने का आदेश दिया है।
पाकिस्तान के अखबार डॉन में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के गृह मंत्रालय के एक अधिकारी के अनुसार, भारत ने 400 आंतकियों को ट्रेनिंग के लिए अफगानिस्तान भेजा है, जिनकी मदद से ही हमलों को अंजाम दिया जाएगा। वहीं पाकिस्तान सरकार के अंदेशे के बाद से ही गिलगिट-बाल्टिस्तान में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। कराकोरम ब्रिज समेत कई महत्वपूर्ण इलाकों में लोगों को पूरी जांच के बाद ही आने-जाने की अनुमति दी जा रही है। इसके साथ ही इलाके के सभी गेस्ट हाउस और होटलों की कड़ी चेकिंग की जा रही है।
POK से गुजरेगा CPEC
बता दें कि चीन द्वारा अपने शिनजियांग प्रांत के कासगर इलाके से लेकर पाकिस्तान के ग्वादर बंदरगाह (Gwadar port) तक बनाया जाने वाले यह CPEC पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर से होकर गुजरेगा। जिस पर भारत ने अपनी कड़ी आपत्ति जतायी है। यह प्रोजेक्ट चीन का ड्रीम प्रोजेक्ट है, जिसे 46 अरब डॉलर की भारी भरकम लागत से बनाया जा रहा है। CPEC की मदद से चीन मिडिल ईस्ट से आने वाले अपने ईंधन को कम समय और लागत में पाकिस्तान के ग्वादर बंदरगाह से CPEC के रास्ते चीन के पश्चिमी इलाके शिनजियांग में पहुंचा सकेगा।