देश में स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 का प्रथम पुरस्कार मध्य प्रदेश के इंदौर शहर को मिला है। इंदौर ने यह पुरस्कार लगातार चौथी बार प्राप्त किया है। केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने आज वर्चुअल माध्यम से आयोजित समारोह में ये पुरस्कार प्रदान किए।
गंगा नदी के तट पर बसे शहरों में वाराणसी को सबसे स्वच्छ शहर का पुरस्कार मिला। नई दिल्ली को देश की सबसे स्वच्छ राजधानी शहर के लिए पुरस्कृत किया गया। छत्तीसगढ़ को सौ से अधिक शहरों वाले राज्यों की श्रेणी में पहला स्थान मिला और झारखंड को सौ से कम शहरों वाले राज्य की श्रेणी में प्रथम पुरस्कार मिला। जालंधर छावनी बोर्ड को देश के सबसे स्वच्छ छावनी बोर्ड का पुरस्कार दिया गया। चालीस लाख से अधिक आबादी वाले सबसे स्वच्छ शहरों में गुजरात का अहमदाबाद शीर्ष पर रहा।
इस अवसर पर मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में शहरों में विभिन्न नवाचार देखने को मिला। उन्होंने कहा कि स्वच्छता और कूड़ा प्रबंधन के लिए नगरीय क्षेत्रों में बहुत से नये प्रयोग किए गए। इस वर्ष लगभग एक करोड़ 87 लाख नागरिकों ने चार हजार दौ सो 42 शहरों, 62 छावनी बोर्डों और गंगा तट पर बसे 92 शहरों में किए गए सर्वेक्षण में हिस्सा लिया। बेहतर परिणाम देने वाले राज्यों और शहरों को आज आयोजित स्वच्छ महोत्सव में 129 पुरस्कार दिए गए। यह सर्वेक्षण 28 दिन में पूरा हुआ। इस दौरान स्वच्छता ऐप पर एक करोड़ 70 लाख नागरिकों ने पंजीकरण कराया।
सरकार ने स्वच्छ सर्वेक्षण की शुरुआत व्यापक पैमाने पर नागरिकों की भागीदारी और देश का सबसे स्वच्छ शहर बनने के लिए स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की थी।
इस अवसर पर यूनाइटेड स्टे्टस एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट, बिल एंड मिलिंड गेट्स फाउंडेशन तथा गूगल सहित ग्रामीण विकास मंत्रालय के भागीदार संगठनों की सराहना की गई। स्वच्छता का निरंतर आकलन सुनिश्चित करने के लिए स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में शहरों और नगरों के तिमाही स्वच्छता आकलन- स्वच्छ सर्वेक्षण लीग की भी शुरुआत की गई। इस समारोह में शहरी विकास मंत्रालय में सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा, वरिष्ठ अधिकारी और पुरस्कृत व्यक्ति उपस्थित थे।