‘मन की बात’ कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा खादी पर कही गई बात का बड़ा असर देखने को मिला है। बता दें कि पीएम मोदी ने लोगों से अपील की थी कि वह खादी पहनना शुरु करें, ताकि इस उद्योग से जुड़े लाखों गरीब लोगों के जीवन में बेहतर बदलाव लाया जा सके। पीएम मोदी की इसी कोशिश का नतीजा है कि देश में इस साल खादी की बिक्री में 89% का जबरदस्त उछाल आया है। आंकड़ों की बात करें तो पिछले साल खादी ग्रामोद्योग ने 430 करोड़ रुपए की बिक्री की थी, जो कि इस साल बढ़कर 814 करोड़ तक पहुंच गई है।
खादी में बड़े बदलाव की तैयारी
खादी को युवाओं के बीच लोकप्रिय बनाने के लिए सरकार खादी को फैशनेबल बनाने पर विचार कर रही है। दरअसल खादी अपने बेहतर कपड़े के लिए पूरी दुनिया में जाना जाता है, लेकिन खादी की पहचान एक फैशनेबल पहनावे के तौर पर कभी नहीं रही। यही कारण है कि खादी को युवा वर्ग में पहचान बनाने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। लेकिन अब उम्मीद की जा रही है कि आने वाले समय में खादी भी फैशनेबल पहनावे के तौर पर अपनी जगह बनाने में सफल होगी।
गौरतलब है कि इस साल दिवाली पर खादी की बिक्री में अच्छा खासा उछाल देखा गया। धनतेरस के मौके पर दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित एक खादी स्टोर पर बिक्री का रिकॉर्ड 1.2 करोड़ तक पहुंच गया, जबकि इससे पहले यह रिकॉर्ड 1.11 करोड़ का था।
पीएम मोदी बने खादी के ब्रांड एंबेसडर
हमारे देश में खादी की पहचान महात्मा गांधी से जुड़ी हुई है। लेकिन मौजूदा दौर में प्रधानमंत्री मोदी खादी के ब्रांड एंबेसडर के तौर पर उभरे हैं। पीएम मोदी ने लोगों को खादी के इस्तेमाल की अपील की है, जिसका असर भी दिखाई दे रहा है। बिक्री में आए इस उछाल से उत्साहित खादी ग्रामोद्योग अब गिफ्ट कूपन भी जारी करने की योजना बना रहा है, ताकि लोग ज्यादा से ज्यादा खादी के कपड़ों की खरीददारी करें। माना जा रहा है कि मौजूदा वित्तीय वर्ष में खादी और ग्राम उद्योग की कुल बिक्री 50000 करोड़ का आंकड़ा छू सकती है।