25 दिसंबर को 22 महीने से पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव (Kulbhushan Jadhav) की अपनी मां अवंति जाधव और पत्नी चेतना जाधव से अधूरी मुलाकात हुई। दोनों के बीच शीशे की मोटी दीवार थी जिसकी दोनों तरफ खड़े होकर एक मां और पत्नी अपने बेटे और पति को केवल देख सकती थी। मुलाकात से पहले किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि यह इतनी बेरहम मुलाकात होगी। यह शर्मनाक बात है कि पाकिस्तानी अधिकारियों ने जाधव की मां और पत्नी के कपड़े और जूतियां बदलवा दी। यहां तक की उनके मंगलसूत्र, चूड़ियां, बिंदी सब उतरवा लिया गया। दोनों सुहागन को विधवा की तरह पेश किया गया। कुलभूषण (Kulbhushan Jadhav) की मां जिन्होंने जिंदगी में साड़ी के अलावा कुछ नहीं पहना उन्हें भी सलवार पहनाया गया।
सुहागन मां और पत्नी को विधवा की तरह पेश किया
बिना मंगलसूत्र और सलवार में अपनी मां को देखकर कुलभूषण (Kulbhushan Jadhav) ने मां से पूछा कि बाबा कैसे हैं ? पाकिस्तानी सरकार के दबाव में कुलभूषण लगातार अंग्रेजी और हिंदी में बात करता रहा। मां अपने बेटे से मराठी में बात करना चाहती थी। जाधव की मां जब-जब मराठी में बोलती थी तो उन्हें रोक दिया जाता था और नहीं रूकने पर इंटरकॉम बंद कर दिया गया।
पाकिस्तानी पत्रकारों ने जताई निराशा
पाकिस्तान के कई पत्रकारों ने अधूरी मुलाकात पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान सरकार मुलाकात के लिए राजी हुआ तो शीशे की दीवार का क्या जरूरत थी ? जाधव अगर एक समय का खाना अपनी मां और पत्नी के साथ खा लेता तो पाकिस्तान की इज्जत बढ़ जाती लेकिन मुलाकात कराने के बावजूद मुल्क एकबार फिर से बदनाम हो गया।
जाधव की मां ने जब दिखाई समझदारी
पाकिस्तान इस मुलाकात में भी साजिश रच रहा था लेकिन कुलभूषण (Kulbhushan Jadhav) की मां अवंति जाधव ने अपनी समझदारी से ना’पाक’ इरादों पर पानी फेर दिया। एक अंग्रेजी न्यूज पेपर के मुताबिक कुलभूषण जाधव के चेहरे पर अपने परिवार से मिलने की खुशी नहीं थी। उन्होंने अजीब तरीके से मां और पत्नी का अभिवादन किया। मुलाकात होते ही कुलभूषण ने अपने ऊपर लगे आरोपों को कबूल करना शुरू कर दिया। जाधव जब अपने खिलाफ दाखिल की गई चार्जशीट का जिक्र करने लगे तो मां अवंति जाधव ने उन्हें बीच में रोक दिया। मां ने अपने बेटे से कहा कि तुम गलत क्यों बोल रहे हो। तुम तो ईरान में व्यापार करते हो जहां से तुम्हें अगवा किया गया था। ऐसे में तुम्हें सच बताना चाहिए।
मुलाकात की वीडिय रिकार्डिंग हो रही थी
बता दें इस मुलाकात की वीडियो रिकॉर्डिंग की जा रही थी। पाकिस्तान का मकसद था मुलाकात के दौरान कुलभूषण जाधव (Kulbhushan Jadhav) अपने ऊपर लगे आरोपों को कबूल कर ले जिसका इस्तेमाल पर आने वाले वक्त में भारत के खिलाफ करता। लेकिन जाधव की मां ने पाकिस्तान की योजना को असफल कर दिया। शुरुआत में पाकिस्तान ने सिर्फ चेतना जाधव को वीजा दिया था, लेकिन भारत के दबाव के चलते मां को भी वीजा मिला।
3 मार्च 2016 में को किया था गिरफ्तार
आपको बता दें इस्लामाबाद स्थित विदेश मंत्रालय के दफ्तर में दोनों के बीच करीब 40 मिनट तक मुलाकात हुई। मुलाकात के दौरान भारत के डिप्टी हाई कमिश्नर जेपी सिंह भी मौजूद रहे। पाकिस्तानी आर्मी कोर्ट द्वारा जासूसी मामले में दोषी ठहराए गए कुलभूषण जाधव (Kulbhushan Jadhav)और उनके परिवार के बीच यह पहली मुलाकात है। कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान ने 3 मार्च 2016 को बलूचिस्तान से गिरफ्तार किया था। पाकिस्तान के मुताबिक कुलभूषण जाधव RAW (Research and Analysis Wing) के जासूस हैं और पाकिस्तान में आतंक फैलाने की साजिश रच रहे थे। जासूसी के लिए कुलभूषण जाधव ने अपना नाम बदलकर हुसैन मुबारक पटेल रखा जो ईरान के रास्ते बलूचिस्तान पहुंचा। हालांकि भारत लगातार इन आरोपों को खारिज करता रहा।