रेहड़ी-पटरी तथा फेरी लगाने वाले दुकानदारों को उनके घर पर लघु ऋण की सुविधा देने के लिए प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि–पीएम स्वनिधि का मोबाइल ऐप आज जारी किया गया।
आवास और शहरी कार्य मंत्रालय में सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने कहा कि पीएम स्वनिधि मोबाइल ऐप का उद्देश्य छोटे दुकानदारों को ऋण का आवेदन करने के लिए प्रक्रिया आसान बनाना और संबंधित संस्थानों तक सरल पहुंच बनाना है। उन्होंने कहा कि यह ऐप डिजिटल तकनीक को बढ़ावा देने और योजना का दायरा बढ़ाने की दिशा में एक कदम है।
मंत्रालय ने कहा है कि मोबाइल ऐप से योजना को बेहतर तरीके से लागू करने में मदद मिलेगी और छोटे दुकानदारों की पहुंच डिजिटल रूप से लघु ऋण तक होगी। यह ऐप गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। मंत्रालय ने कहा है कि प्रधानमंत्री स्वनिधि के दो जुलाई से शुरू होने के बाद एक लाख 54 हजार से ज्यादा छोटे दुकानदार कार्यशील पूंजी ऋण के लिए आवेदन कर चुके हैं। इनमें से 48 हजार से ज्यादा दुकानदारों का ऋण मंजूर हो गया है। इस योजना की शुरूआत Covid-19 के कारण लगे लॉकडाउन से प्रभावित हुए छोटे दुकानदारों की मदद के लिए की गई है। योजना का उद्देश्य 50 लाख से ज्यादा छोटे दुकानदारों तक पहुंचना है।
क्या है पीएम स्वनिधि
इस योजना के तहत प्रत्येक दुकानदार को 10,000 रुपये तक का ऋण मुहैया कराया जाता है। इस ऋण को प्रति माह के आधार पर एक वर्ष के भीतर वापस करने का प्रावधान है। समय पर भुगतान करने वालों को 7 फीसदी ब्याज में छूट दी जाएगी। लेन-देन डिजिटल रूप से करने पर दुकानदार को 100 रुपये की छूट मिलेगी।
Corona महामारी से लॉकडाउन के कारण रेहड़ी-पटरी चलाने वाले लोगों की आजीविका पर सबसे ज्यादा असर पड़ा है। पीएम स्वनिधि योजना के तहत स्ट्रीट वेंडर को आसान लोन मिलेगा। बता दें कि इस स्कीम के बारे में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आर्थिक पैकेज में ऐलान किया था। सरकार स्ट्रीट वेंडरों की मदद की खातिर इस स्कीम के लिए 5000 करोड़ रुपये की Special Credit Facility देगी। इस स्कीम से 50 लाख स्ट्रीट वेंडरों को फायदा पहुंचने की उम्मीद है। इस श्रेणी में अब सैलून और पान की दुकानें भी आएंगी।