मतदान से पहले PM मोदी का काशी के नाम संदेश
लोकसभा चुनाव-2019 अब अपने अंतिम पड़ाव पर आ गया है। इस अंतिम पड़ाव में सबकी नज़र देश की उस सबसे हॉट सीट पर टिकी हुई है, जिस पर स्वयं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चुनाव लड़ रहे हैं। हम बात कर रहे हैं उत्तर प्रदेश की वाराणसी लोकसभा सीट की, जो भाजपा की तो परंपरागत सीट है ही, अब यह सीट मानो पीएम मोदी की भी परंपरागत सीट बनने जा रही है, क्योंकि वर्तमान में भी यह सीट पीएम मोदी की संसदीय सीट है और 2019 में भी अभी तक इस सीट पर पीएम मोदी का ही दबदबा कायम है।
एक तरफ वाराणसी सीट पर मोदी-मोदी की ही गूँज सुनाई दे रही है, वहीं पीएम मोदी ने भी वाराणसी वासियों को संदेश दे दिया है कि उनके रोम-रोम में भी काशी और सिर्फ काशी ही बसी हुई है। मोदी का यह संदेश भाजपा ने अपने ऑफिसियल ट्विटर हैंडल पर रखा है, जिसमें मोदी ने भगवान विश्वनाथ की नगरी वाराणसी के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व का उल्लेख करते हुए अपने राजनीतिक और आध्यात्मिक जीवन पर वाराणसी ने क्या असर डाला है, इसका जिक्र किया है और वाराणसी वासियों का आभार व्यक्त किया है कि उन्होंने पाँच वर्ष तक उन्हें वाराणसी की सेवा करने का अवसर दिया। पीएम मोदी ने संदेश में यह भी कहा कि अभी तो वाराणसी विकास की पटरी पर आया है, अब उसे इस मार्ग पर आगे बढ़ाने के लिये सभी वाराणसी वासियों को मतदान करना आवश्यक है।
पीएम मोदी के इस संदेश में साफ-साफ यह संकेत मिलता है कि पीएम मोदी और भाजपा ने इस बार के लोकसभा चुनाव में इस सीट पर पिछली बार से भी अधिक रिकॉर्ड मतों से जीत दर्ज करने का लक्ष्य रखा है। 2014 के चुनाव में मोदी यहाँ से पौने तीन लाख से अधिक मतों से विजयी घोषित हुए थे। इस बार के चुनाव में तो उनके समक्ष पिछले चुनाव वाली कोई चुनौतियाँ भी नहीं हैं। पिछली बार मोदी पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे थे, दूसरी चुनौती अरविंद केजरीवाल थे जो उनके विरुद्ध चुनाव लड़ रहे थे, उस समय आम आदमी पार्टी का सितारा बुलंदियों पर था, जब उस समय इतने बड़े मार्जिन से जीते तो अब तो कोई दिग्गज नेता भी उनके विरुद्ध चुनौती बनकर नहीं आया है।
यह भी सुनने में आ रहा है कि चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद पीएम मोदी वाराणसी में ही डेरा डालने वाले हैं। वह चुनाव प्रचार समाप्त होने से पहले 17 मई को वाराणसी में रैली कर सकते हैं। चूँकि यह लोकसभा सीट पूरे पूर्वांचल को प्रभावित करती है और अंतिम चरण के चुनाव में भी पूर्वांचल की ही सभी सीटों पर मतदान होने वाला है, इसलिये पीएम मोदी गुरुवार को मिर्जापुर में चुनावी रैली करने के बाद शाम को ही वाराणसी पहुँच जाएंगे और इसके बाद मतदान तक वह वाराणसी में ही रह सकते हैं।

ऐसा इसलिये भी हो सकता है क्योंकि ऐसा फार्मूला 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भी अपनाया गया था, जो कि सफल हुआ था और यूपी में भाजपा की सरकार बन गई। उस समय भी पूर्वांचल में मतदान से पहले पीएण मोदी 3 दिन वाराणसी में ही रहे थे और पूर्वांचल में पार्टी को बड़ी जीत हासिल हुई थी। अब पीएम मोदी और भाजपा यही फार्मूला फिर से अपनाने जा रहे हैं और इसके संकेत इस बात से भी मिल रहे हैं कि आजकल भाजपा के दिग्गज नेताओं का वाराणसी में जमावड़ा हो रहा है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, कई केन्द्रीय मंत्री और पार्टी के चुनावी रणनीतिकार वाराणसी में बार-बार आ रहे हैं या कुछ तो डेरा जमा चुके हैं। गौरतलब है कि मतदान के दिन जो व्यक्ति वाराणसी का निवासी नहीं है, वह शहर में नहीं रुक सकता है, परंतु पीएम मोदी बतौर प्रत्याशी शहर में जरूर रुक सकते हैं।