राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) का कहना है कि भारत में जातिगत राजनीति इसलिए होती है, क्योंकि यहां लोग आज भी जाति के नाम पर वोट देते हैं। मोहन भागवत ने जोर देकर कहा कि इस परंपरा को खत्म करने के लिए सामाजित बदलाव (Social change) बेहद जरुरी है।
गुरुवार को मुंबई में एक कार्यक्रम के दौरान बोलते हुए मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने ये बाते कहीं। Rashtriya Swayamsevak Sangh प्रमुख ने कहा कि “जीवन के किसी भी क्षेत्र में, चाहे वह व्यापार हो या राजनीति, पुरानी परंपराएं आज भी प्रभावी हैं, परिवर्तन लाने की जरुरत है।” भागवत ने कहा कि “जातिगत राजनीति (Caste politics) इसलिए है, क्योंकि लोग जाति के नाम पर वोट देते हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस परंपरा को खत्म करने के लिए सामाजिक बदलाव जरुरी हैं।”
मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने कहा कि परिवर्तन लाने की जरुरत है, लेकिन राजनीति (Politics) के जरिए बदलाव नहीं लाया जा सकता, क्योंकि राजनीति के रास्ते पर आगे बढ़ते हुए वर्तमान स्थिति को ध्यान में रखते हुए ऐसा करना होता है। भागवत (Mohan Bhagwat) ने कहा कि नेता एक निश्चित सीमा तक चीजों में सुधार कर सकते हैं। चीजों में सुधार के लिए अपने हितों का त्याग करने की जरुरत होती है।
व्यापार केवल व्यवसाय नहीं
मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने कहा कि व्यापार केवल व्यवसाय नहीं है, ब्लकि इसे धर्म का एक अंग भी मानना चाहिए। हमें देश में ऐसा माहौल तैयार करना होगा, जिससे दुनियाभर से लोग बेहतर तरीके सीखने के लिए यहां आएं।