रिपोर्ट : विनीत दुबे
अहमदाबाद, 15 दिसंबर, 2019 (युवाPRESS)। भारतीय रिज़र्व बैंक (RESERVE BANK OF INDIA) ने फंड ट्रांसफर (FUND TRANSFER) के नियमों में बदलाव किया है। आरबीआई की ओर से जारी किये गये नये नोटिफिकेशन के अनुसार 16 दिसंबर सोमवार से बैंकों को नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर (NATIONAL ELECTRONIC FUND TRANSFER-NEFT) की सुविधा अब सप्ताह में सातों दिन और चौबीसों घण्टे उपलब्ध करानी होगी। इस प्रकार जो लोग एनईएफटी के माध्यम से एक बैंक खाते (ACCOUNT) से दूसरे बैंक खाते में फंड ट्रांसफर करते हैं उनके लिये सुविधा बढ़ जाएगी। एनईएफटी एक ऑनलाइन फंड ट्रांसफर (ONLINE FUND TRANSFER) की प्रक्रिया है, जिसके तहत व्यक्ति एक बार में 2 लाख रुपये तक की रकम एक खाते से दूसरे खाते में ट्रांसफर कर सकते हैं। सभी बैंक अपने खाताधारकों (ACCOUNT HOLDERS) को NEFT की यह सुविधा अब चौबीसों घण्टे उपलब्ध कराएँगे। इसके अलावा आरबीआई एनईएफटी और आरटीजीएस (RTGS) फंड ट्रांसफर पर शुल्क को पहले ही रद्द कर चुका है।
अब चौबीसों घण्टे कर सकेंगे NEFT FUND TRANSFER

दरअसल, एनईएफटी के माध्यम से खाताधारक ऑनलाइन ट्रांजेक्शन की सुविधा का लाभ लेते हैं। अभी तक बैंकों में कामकाजी दिनों के भीतर सुबह 8 से शाम 6.30 बजे तक एनईएफटी ट्रांजेक्शन की सुविधा दी जाती थी। पहले और तीसरे शनिवार को सुबह 8 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक ही इस सुविधा का लाभ दिया जाता था। अब यह सुविधा चौबीसों घण्टे हासिल की जा सकेगी। आरबीआई ने बैंकों से यह भी कहा है कि वे अपने यहाँ सुविधाओं पर ध्यान दें ताकि फंड ट्रांसफर में खाताधारकों को कोई कठिनाई न हो। यानी कि भारतीय रिज़र्व बैंक के नये निर्देशानुसार बैंक अपने उपभोक्ताओं को किसी भी दिन और किसी भी समय एनईएफटी के माध्यम से फंड ट्रांसफर की सुविधा देंगे। यह सुविधा छुट्टी के दिन भी मिलेगी और इस प्रकार सप्ताह के सातों दिन और चौबीसों घण्टे उपलब्ध होगी। आरबीआई ने इसके लिये विविध बैंकों को आवश्यकतानुसार पर्याप्त नकद राशि उपलब्ध कराने का भी निर्देश दिया है।
NEFT FUND TRANSFER करने वालों की बढ़ेगी सुविधा

आपको बता दें कि एनईएफटी ऑनलाइन ढंग से अन्य बैंक खाते से दूसरे बैंक खाते में पैसे ट्रांसफर करने की प्रक्रिया है। एनईएफटी के तहत खाताधारक एक बार में 2 लाख रुपये तक की रकम एक खाते से दूसरे खाते में ऑनलाइन ट्रांसफर कर सकते हैं। उल्लेखनीय यह भी है कि हाल ही में आरबीआई की ओर से इस बारे में एक परिपत्र जारी किया गया था, जिसमें आरबीआई ने एनईएफटी और आरटीजीएस पर किसी भी प्रकार का कोई शुल्क नहीं लेने के भी बैंकों को निर्देश दिये थे। हालाँकि बैंकों की ओर से आईएमपीएस (IMPS) पर अभी भी शुल्क लिया जाता है। आईएमपीएस के माध्यम से छोटी-छोटी रकम को ट्रांसफर किया जाता है, जबकि आरटीजीएस के माध्यम से बड़ी रकम ट्रांसफर की जाती है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार अब एनईएफटी की सुविधा 24 घण्टे उपलब्ध हो जाने से लोगों को पैसे ट्रांसफर करने में किसी प्रकार की कोई दिक्कत पेश नहीं आएगी। ग्राहक कभी भी 2 लाख रुपये तक की रकम एक खाते से दूसरे खाते में ट्रांसफर कर सकेंगे।