मुंबई: अनिल अंबानी की कंपनी Reliance Group ने कांग्रेस के नेता संजय निरुपम को 1000 करोड़ रुपये का मानहानि नोटिस भेज दिये हैं। Reliance ने मानहानि की याचिका बॉम्बे हाईकोर्ट में दर्ज करा दी है। मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष संजय निरुपम ने मंगलवार को Reliance Group के खिलाफ आरोप लगाया था कि अदानी ट्रांसमिशन द्वारा रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर के कर्ज के बोझ से दब चुकी मुंबई के बिजली कारोबार के अधिग्रहण में पीएमओ (प्रधानमंत्री कार्यालय) का हाथ है।
इन आरोपों को Reliance कंपनी ने झूठा करार दिया और 1000 करोड़ की मानहानि नोटिस की केस दर्ज करा दी। इसके अलावा कंपनी ने यह भी कहा की संजय निरुपम जी ने अदानी ट्रांसमिशन को बिक्री के प्रस्ताव को लेकर काफी झूठे और अनाफ सनाफ आरोप लगाये हैं और जिसको इन्होंने बेबुनियाद तरीके से सरकार द्वारा फ्रांस से राफेल विमानों की खरीद से भी जोड़ दी है जो कि पूरी तरह से गलत है। इन्होंने हमारी कंपनी की छवि को खराब करने की कोशिश की है इसलिए इन पर मानहानि का केस तो बनता है। Reliance Group संजय निरुपम को अपने आरोपों को वापस लेने के लिए 72 घंटे का समय दिया है और साथ ही कहा है कि कंपनी से माफी मांगे।
बता दें कि इस समय अडाणी समूह के पास लगभग 30 लाख ग्राहक है जिसको देखते हुए ही अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर ने कंपनी के मुंबई कारोबार को 18,800 करोड़ रुपये में बेचने के लिए अडाणी ट्रांसमिशन को मंजूरी दिया था। इस डील के बाद अडाणी ट्रांसमिशन के पास मुंबई के लगभग 30 लाख उपभोक्ताओं को 1,800 मेगावॉट बिजली आपूर्ति करने की जिम्मेदारी हो जायेगी। इसके साथ ही 500 मेगावॉट बिजली उत्पादन में कंपनी की क्षमता भी बढ़ जाएगी।
दूसरी ओर जब संजय निरुपम से इसके बारे में पूछा गया तो उन्होंने बिना देर लगाये कहा कि वह लोगों के भलाई के लिए इस प्रकार के मुद्दे को उठाते रहेंगे। यदि हम किसी डील में पारदर्शिता की बात करते हैं तो क्या वह मानहानि के दायरे में आता है क्या। यदि यह मानहानि का मामला बनता है तो बनने दीजिए। वे लोग मुझे मानहानि का डर दिखाकर मेरी जुबान को बंद करना चाहते हैं। अभी कंपनी को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उपनगर मुंबई के 30 लाख बिजली उपभोक्ताओं के लिए बिजली की बढ़ी दरों का बोझ उन पर डाला जायेगा क्या। बॉम्बे हाईकोर्ट में मेरे खिलाफ पहले से ही 100 करोड़ का मामला चल रहा है मैं डरने वाला नहीं हूं।