भारत में निर्मित एक टीका अब पूरी दुनिया को डायरिया जैसी खतरनाक बीमारी से बचाएगा। जी हां, डायरिया से बचाव के लिए भारत में विकसित किया गया रोटावैक टीका पूरी दुनिया को इस जानलेवा बीमारी से सुरक्षित रखेगा। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी इस टीके को अपनी मंजूरी दे दी है, जिसके बाद सिर्फ अमेरिका को छोड़कर पूरी दुनिया में इस टीके (Rota Virus Vaccine) के इस्तेमाल का रास्ता साफ हो गया है।
‘हिन्दुस्तान’ में छपी एक खबर के मुताबिक रोटावैक टीका ‘रोटावायरस’ (Rota virus) से होने वाले डायरिया से बचाने में काफी कारगर है। इस टीके का निर्माण हैदराबाद स्थित कंपनी Bharat Biotechs ने किया है। उल्लेखनीय बात ये है कि ऐसा पहली बार है कि भारत में निर्मित किसी टीके को WHO ने अपनी मंजूरी दी है। एक तरह से कह सकते हैं कि WHO ने पहली बार भारत में किसी शोध कार्य को अपनी मान्यता दी है।
बेहद कम कीमत में उपलब्ध
बता दें कि इस टीके की कीमत काफी कम रखी गई है। जहां डायरिया के अन्य टीकों की कीमत 1000 रुपए से भी अधिक है, वहीं भारत में निर्मित रोटावैक की कीमत सिर्फ 60 रुपए रखी गई है। इसके साथ ही अभी तक के इस्तेमाल में इस टीके ने काफी अच्छा रिजल्ट दिया है। यही वजह है कि पूरी दुनिया में इस टीके की मांग बढ़ने की उम्मीद की जा रही है। अमेरिका में चूंकि FDA ही टीकों को अनुमति देती है, इस वजह से रोटावैक टीके को अभी तक अमेरिका में अनुमति नहीं मिल पायी है।
लाखों जिंदगियां बचेगी
आंकड़ों के अनुसार, हर साल दुनियाभर में करीब 2.15 लाख बच्चों की मौत रोटावायरस (Rota Virus) से होती है। इनमें से 57 हजार मौते तो अकेले भारत में ही होती हैं। अब इस टीके के आने के बाद इन आंकड़ों में कमी की उम्मीद की जा रही है। यह टीका 3 महीने के नवजात बच्चे से लेकर 2 साल तक कभी भी लगवाया जा सकता है। बता दें कि अभी तक भारत में करीब 35 लाख बच्चों को यह टीका लगाया जा चुका है।