जम्मू कश्मीर के शोपियां जिले में शनिवार को हुई हिंसा (Shopian Violence) के मामले में जम्मू कश्मीर पुलिस ने सेना के जवानों को आरोपी बनाते हुए उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। जिस पर बवाल शुरु हो गया है। बता दें कि पुलिस ने शोपियां हिंसा (Shopian Violence) मामले में सेना के एक मेजर रैंक के अधिकारी सहित कई अन्य जवानों को आरोपी बनाया है। इन जवानों पर आईपीसी की धारा 302, 307 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
कैसे हुई हिंसा
खबर के अनुसार, शोपियां जिले में शनिवार को सेना की 10 गढ़वाल ईकाई के काफिले पर करीब 200-250 लोगों की भीड़ ने अचानक पथराव कर दिया। हालात इस कदर हिंसक थे कि सेना के जवानों को अपनी आत्मरक्षा में गोलियां चलानी पड़ी, जिसमें 2 युवकों की मौत हो गई और 9 अन्य घायल हो गए। इस मामले पर बढ़ते बवाल के बाद आज जम्मू कश्मीर पुलिस ने सेना के जवानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
वहीं इस पूरे मामले पर राजनीति शुरु हो गई है। रक्षा मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा है कि “सैनिकों ने आत्मरक्षा में गोलीबारी की।” वहीं जम्मू कश्मीर विधानसभा में इस मुद्दे पर भारी हंगामा हुआ। महबूबा मुफ्ती सरकार ने घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं और 20 दिनों के अन्दर घटना की रिपोर्ट मांगी है।
अलगाववादी हड़ताल पर
दूसरी ओर शोपियां हिंसा (Shopian Violence) को लेकर अलगाववादियों ने हड़ताल का ऐलान किया है, जिस कारण रविवार को घाटी में जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। हड़ताल के कारण राजधानी श्रीनगर के कई हिस्सों में प्रतिबंध लगाए गए हैं।