आज राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस है। यह दिन धनवंतरि जयंती पर आयुर्वेद के स्वास्थ्य लाभों के बारे में जागरुकता लाने और आयुर्वेदिक जीवन को बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है। इस वर्ष आयुर्वेद दिवस का मुख्य विषय है- पोषण के लिए आयुर्वेद। इस दिवस का उद्देश्य आयुर्वेद के महत्वपूर्ण पक्षों और इसके अनूठे उपचार से जुड़े सिद्धांतों पर ध्यान केंद्रित करना है। आयुर्वेद का मुख्य लक्ष्य बीमारी की रोकथाम और स्वास्थ्य को बढ़ावा देना है।
धनतेरस के दिन ही क्यों मनाते हैं आयुर्वेद दिवस?
राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस हर साल धनतेरस के दिन मनाया जाता है। भगवान धन्वंतरी को आयुर्वेद और आरोग्य का देवता माना जाता है। मान्यताओं के अनुसार भगवान धन्वंतरि की उत्पत्ति समुद्र मंथन से हुई थी। समुद्र मंथन से निकले भगवान धन्वंतरि के हाथों में कलश था। इसी वजह से दिवाली के दो दिन पहले भगवान धन्वंतरी के जन्मदिन को धनतेरस के रूप में मनाया जाता है। ऐसे में आयुर्वेद के देवता कहे जाने वाले भगवान धन्वंतरि के जन्मदिन यानी धनतेरस के दिन राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस मनाया जाता है। जो सेहतमंद रखने का बेहतरीन जरिया है।