RBI: भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने हाल ही में बढ़ते मंहगाई को लेकर एक बहुत ही बड़ी बात कही है. RBI Governer शक्तिकांत दास को कई उपलब्धियों का श्रेय दिया जाता है. कोविड 19 की महामारी और उसके बाद यूरोप में युद्ध के बाद वैश्विक केंद्रीय बैंकों द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी से उत्पन्न चुनौतियों का देश ने सफलतापूर्वक सामना किया. वहीं बढ़ी महंगाई लगातार लोगों को परेशान करती रही है.
RBI Governer दास के नेतृत्व में बैंकिंग क्षेत्र हुआ मजबूत
RBI Governer शक्तिकांत दास के 5 साल के कार्यकाल में बैंकिंग (Banking) क्षेत्र मजबूत हुआ. बैंकों के मुनाफे में सुधार के साथ उनकी पूंजी की स्थिति बेहतर हुई. कारोबार में मजबूत वृद्धि जारी है. साथ ही भारत की भुगतान व्यवस्था बेहतर हुई और नवंबर में यूनाइटेड पेमेंट इंटरफेस मूल्य के हिसाब से 17.4 लाख करोड़ रुपये की नई ऊंचाई पर पहुंच गया.
RBI Governor दास के नेतृत्व में रिजर्व बैंक ने पिछले साल प्रायोगिक तौर पर सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी शुरू की, जिसका महत्त्वाकांक्षी लक्ष्य 10 लाख लेन देन रोजाना है. रूस द्वारा यूक्रेन पर हमले के बाद रुपया प्रभावित हुआ, जो 2023 में उल्लेखनीय रूप से स्थिर रहा. दरअसल भारतीय मुद्रा 2023 में पिछले 2 दशक की तुलना में सबसे ज्यादा स्थिर रही.
यहां तक कि यह चीन की घरेलू मुद्रा युआन की तुलना में भी ज्यादा स्थिर रही. मुद्रा बाजार में रिजर्व बैंक (RBI) के समय से हस्तक्षेप के कारण इस तरह की स्थिरता हासिल करने में मदद मिली.वहीं रिजर्व बैंक विदेशी मुद्रा भंडार 600 अरब डॉलर के आसपास बनाए रखने में भी सफल रहा.
दास ने खुदरा मंहगाई दर 4% लाने का किया लक्ष्य
RBI Governer शक्तिकांत दास ने महंगाई से नज़र हटाने से इंकार दिया और उन्होंने मंहगाई को कंट्रोल करने के लिए बेहद ही महत्वपूर्ण लक्ष्य लिया है. दरअसल,दिसंबर की मौद्रिक नीति की समीक्षा में दास ने कहा, “खुदरा महंगाई दर 4 प्रतिशत पर लाने का लक्ष्य अभी हासिल किया जाना है. हम इस पर स्थिर हैं.”
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