31 जनवरी को इस साल का पहला चंद ग्रहण है। लेकिन कई मायनों में यह बेहद खास है, दरअसल इस चंद्र ग्रहण पर Super Moon, Blue Moon, Blood Moon एक साथ पड़ रहे हैं। गौरतलब है कि यह अद्भुत आकाशीय घटना 150 साल बाद हो रही है। भारत के साथ साथ यह चंद्र ग्रहण रुस, ऑस्ट्रेलिया, चीन और मिडिल ईस्ट आदि देशों में भी दिखाई देगा।
क्यों है खास
अंतरिक्ष विज्ञानियों के अनुसार, 31 जनवरी को चांद धरती के सबसे नजदीक होगा, जिस कारण इस दिन चांद अपने आकार में सामान्य की तुलना में 14 प्रतिशत बड़ा दिखाई देगा, वहीं चांद की रोशनी भी सामान्य की तुलना में इस दिन 30 प्रतिशत ज्यादा रहेगी। माना जा रहा है कि पहाड़ी इलाकों में यह चंद्रग्रहण (Lunar eclipse) काफी साफ दिखाई देगा। इसके पीछे का कारण वहां कम प्रदूषण और हाल ही में हुई बर्फबारी है, जिससे आसमान का नजारा काफी बढ़िया दिखाई देगा।
क्या है Super, Blood और Blue Moon
बता दें कि बुधवार रात को होने वाली Full Moon की घटना इस माह की दूसरी Full Moon की घटना है। जिसे Blue Moon भी कहा जाता है। Blue Moon की घटना हर 2 साल 8 महीने बाद घटित होती है।
इसके साथ ही यह Full Moon की घटना सूर्यास्त के समय होगी, जिस कारण चांद सूरज की रोशनी में लाल दिखाई देगा, जिसे Blood Moon कहा जाता है।
वहीं चांद 31 जनवरी को धरती के सबसे ज्यादा नजदीक होगा, जिस कारण इसे Super Moon भी कहा जा रहा है। यह तीनों घटनाएं 150 साल बाद एक साथ पड़ रही हैं। भारतीय समयानुसार, चंद्र ग्रहण भारत में शाम 5:53 बजे से शुरु होकर 3 घंटे 45 मिनट चलकर रात को 9:38 बजे खत्म होगा। अन्तिम बार साल 1844 में Super Moon, Blood Moon और Blue Moon की घटना एक साथ हुई थी।