आजकल तकनीक में AI (Artificial Intelligence (कृत्रिम बुद्धिमत्ता)) को लेकर काफी बातें हो रही हैं। दुनिया की अधिकतर बड़ी-बड़ी कंपनियां AI पर रिसर्च कर रही हैं। लेकिन AI है क्या और इस तकनीक में ऐसा क्या है कि इसे भविष्य की तकनीक कहा जा रहा है ?
क्या है AI
आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का मतलब है कि इंसान की सोचने की शक्ति, भावनाएं या कहें कि इंसानी विवेक हम मशीन में डाल दें। आसान शब्दों में कहें तो आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, वो तकनीक है, जिसके तहत रोबोट्स किसी भी हालात में इंसानों की तरह सोच सकें और उसके मुताबिक निर्णय ले सकें। गौर करने वाली बात ये है कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस में अब वैसी मशीनें शामिल नहीं की जाती, जो कैमरे से देखकर सिचुएशन को एनालाइज कर सकें, बल्कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस में इससे भी एडवांस तकनीक शामिल की जाती है, जो किसी की भाषा को समझ सकें, निर्णय ले सकें, अपने इमोशन शेयर कर पाएं।
AI से फायदे
AI को भविष्य की तकनीक इसलिए कहा जा रहा है कि इससे दुनिया में क्रांतिकारी बदलाव आने की उम्मीद की जा रही है। Google ने तो आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पर आधारित कारें बनाने पर रिसर्च भी शुरु कर दिया है। ऐसी कारों को चलाने के लिए किसी ड्राइवर की जरुरत नहीं होगी। ये कारें सेंसर की मदद से चलेंगी, जिससे सड़क दुर्घटनाओं पर रोक लग सकेंगी। हालांकि अभी यह रिसर्च प्रोसेस में है और इसमें कुछ और वक्त लग सकता है। इसके अलावा कम्यूनिकेशन, डिफेंस, हेल्थ आदि इंडस्ट्री में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के इस्तेमाल से बड़ा बदलाव आ सकता है।
AI के खतरे
आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस को लेकर कहा जा रहा है कि यह तकनीक भविष्य में इंसानों के लिए मददगार या फिर नुकसानदायक भी हो सकती है। दरअसल आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस मिल जाने के बाद मशीनें यदि खुद निर्णय ले सकेंगी तो उनकी इंसानों पर निर्भरता खत्म हो जाएगी। ऐसे में वह इंसानों के लिए नुकसानदायक भी हो सकती हैं ! इसके साथ ही इंसानों और मशीनों में प्रतिस्पर्धा भी हो सकती है। बता दें कि हाल ही में Facebook की टीम आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पर रिसर्च कर रही थी, इसी दौरान दो मशीनों ने आश्चर्यजनक रुप से आपस में कम्यूनिकेट करना शुरु कर दिया। इस दौरान मशीनों ने कोई खास कोडिंग भाषा डेवलेप कर ली और आपस में बातें करना शुरु कर दिया था।
मतलब कि जो काम आज इंसान कर सकता है भविष्य में वो काम मशीनें कर सकेंगी और वो भी बिना इंसानों की मदद के। इस तरह मशीनें इंसानों के लिए वो हर तरह के खतरे पैदा कर सकती हैं, जो आज एक इंसान दूसरे इंसान के लिए करता है। यही वजह है कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस को लेकर उम्मीदों के साथ ही आशंकाएं भी जुड़ी हुई हैं। बहरहाल यह तो भविष्य में ही पता चलेगा कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस इंसानों के लिए कारगर रही या फिर नुकसानदायक।